Bridging Bytes and Beliefs Through Words.

Join My World of Words, to Get Latest Musings in Your Inbox.

Latest Posts

इंतज़ार

इंतज़ार समय के आने का था इंतज़ार वक्त के जाने का था अपने आप को दूर जाते देख इंतज़ार वापस मुड़ने का था। इंतज़ार कुछ पाने का था इंतज़ार कुछ खोने का था दोनों को तराजू पे रख कर देख इंतज़ार कुछ करने का था।...

Reality

We are living in a world Where crying for help gets more attention than working hard Where equality actually means standing above someone else Where happiness is based on someone else’s...

हवा

सुन जरा, तू गौर कर वो हवा नहीं, आवाज है बढ़ती हुई तकलीफ नहीं एक प्यारा सा एहसास है। जिसका साथ तू छोड़ बैठा है वो तेरा हाथ पकड़ना चाहती है ये जिंदगी है तेरी इससे दूर क्यों भागना चाहता है। बार बार तू...

वक्त

कहना बहुत था पर तू आया नहीं बहना था पर तू बीत गया। तू वक्त की घड़ी थी तू घूमती रही मैं समय का पहिया था मैं बढ़ता रहा। काल तेरा प्रलय था, महाकाल मेरा लय था इस चक्र में फंसने का पुराना ये खेल था। पहली...

समझ

चेहरे पे बने दुख को देख खुशी को तूने भुला दिया हाथों पे बने जख्मों को देख हृदय का सुकून तूने अवहेल दिया। अंगारों पे चले कदमों को तू जले कदम समझता था ये कदम अंगारों पे चले हैं ये तू न समझता था। कुछ...

आत्मन्

खुद में खुद को खोजने में तेरी अपनी एक लगन थी खयालों में उलझने पे चेहरे पे अलग मुस्कान थी। क्या दूर और क्या पास न इसकी कोई समझ थी अपने आप से करीब होने की एक हल्की सी झलक थी। आँखें अपनी बंद करके रोशनी...

Inwards

Filled with lifeLoved with hungerInside my heartI often wonderWhy, what, and who are weAnd how only outwardsOur eyes can see...